⛔ अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है। (Half knowledge is more dangerous)
🌻 33 करोड नहीँ 33 कोटि देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मेँ।
🌻 कोटि = प्रकार
🌻देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,
कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता।
🌻 हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और
🌻अब तो हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं........
🌻 कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मेँ:
🌻12 प्रकार हैँ आदित्य: , धाता, मित, आर्यमा, शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष, सविता, तवास्था, और विष्णु...!
🌻 8 प्रकार हैँ वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।
🌻 11 प्रकार हैँ- रुद्र: ,हर, बहुरुप, त्रयँबक, अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी, रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली। एवँ
🌻 दो प्रकार हैँ
अश्विनी और कुमार।
🌻कुल: 12+8+11+2=33
🌻 33 करोड नहीँ 33 कोटि देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मेँ।
🌻 कोटि = प्रकार
🌻देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,
कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता।
🌻 हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और
🌻अब तो हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं........
🌻 कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मेँ:
🌻12 प्रकार हैँ आदित्य: , धाता, मित, आर्यमा, शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष, सविता, तवास्था, और विष्णु...!
🌻 8 प्रकार हैँ वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।
🌻 11 प्रकार हैँ- रुद्र: ,हर, बहुरुप, त्रयँबक, अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी, रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली। एवँ
🌻 दो प्रकार हैँ
अश्विनी और कुमार।
🌻कुल: 12+8+11+2=33